लक्ष्य और उद्देश्यों
लक्ष्य
इस योजना का लक्ष्य अन्य विषयों के विद्यार्थियों/बेरोजगार युवाओं के लिए सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र के माध्यम से ईएसडीएम क्षेत्र में क्षमताओं की कुशलता में निम्नलिखित के जरिए वृद्धि करना है:
- ऐसे विद्यमान मानव संसाधन का प्रयोग करना जो विद्यालयों (9वीं दर्जा से आगे)/आईटीआई/ पॉलीटेकनिक/स्नातक पाठ्यक्रम (गैर-इंजीनियरी) में पढ़ाई कर रहे हैं तथा जिन्होंने स्कूली पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी है/बेरोजगार युवा। इसके लिए उन्हें ईएसडीएम क्षेत्र में रोजगार के लिए उद्योग द्वारा स्वीकृत अतिरिक्त कुशलता प्रदान की जाएगी।
- ईएसडीएम के क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए उद्योग द्वारा नए निवेश को प्रोत्साहित करना।
- (i) विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रमाणन (ii) मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने तथा (iii) ईएसडीएम क्षेत्र में उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार ऐसे पाठ्यक्रम चलाने वाले संस्थानों की मान्यता की कार्यपद्धति/मानदण्ड तैयार करने की सुविधा प्रदान करना।
उद्देश्य
(1) 'इलेक्ट्रॉनिकी प्रणाली डिजाइन एवं विनिर्माण (ईएसडीएम) क्षेत्र में कुशलता विकास के लिए चुनिन्दा राज्यों/ संघ शासित प्रदेशो के लिए वित्तीय सहायता योजना'
विद्यार्थियों/बेरोजगार युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करने के लिए देश के राज्यों/संघ शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए ईएसडीएम क्षेत्र में 90,000 व्यक्तियों के लिए कुशलता विकास की सुविधा प्रदान करने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
(2) 'डिजिटल भारत के लिए ईएसडीएम में कुशलता विकास' की योजना
विद्यार्थियों/बेरोजगार युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करने के लिए देश के राज्यों/संघ शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए ईएसडीएम क्षेत्र में 3,28,000 व्यक्तियों के लिए कुशलता विकास की सुविधा प्रदान करने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
योजना की अवधि
यह योजना चार (04) वषों के लिए जारी रहेगी।
हासिल किए जाने वाले विशिष्ट लक्ष्य
- इस योजना का लक्ष्य देश के सभी राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में 4,18,000 विद्यार्थियों को शामिल करना है।
- इस योजना में निम्नलिखित लाभग्राहियों का लक्ष्य बनाने का प्रस्ताव है:
- निम्नलिखित में अध्ययनरत विद्यार्थी
• 9वीं/10वीं दर्जा से आगे
• आईआईटी
• पॉलीटेकनिक
• स्नातक स्तर (गैर – इंजीनियरी)
- बेरोजगार युवा (सूचक सूची)
• 8वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी
• आईटीआई प्रमाण-पत्र धारक
• डिप्लोमा धारक
• स्नातक (गैर-इंजीनियरी)
• रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत अभ्यर्थी
• अनौपचारिक क्षेत्र में बेरोजगार व्यक्ति
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