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पिछले कुछ दशकों से अभूतपूर्व जीडीपी विकास दर के कारण भारतवर्ष,
उपभोक्ता मांग का केंद्र रहा है । सभी क्षेत्रों में उच्च तकनीकी उत्पादों की मांग
तेजी से बढ़ रही है, विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की मांग में बेतहाशा वृद्धि
महसूस की जा रही है । एक अनुमान के आधार पर देश में इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर की मांग
वर्ष 2009 में 45 बिलियन USD से बढ़कर वर्ष 2020 तक 400 बिलियन USD तक हो सकती है ।
तदनुसार, सरकार ने देश में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के विकास के लिए कई पहल एवं योजनाएं
शुरू की हैं । सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक्स पर राष्ट्रीय नीति (एनपीई) को मंजूरी
दी है । वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली प्रारूप एवं विनिर्माण कौशल विकास के क्षेत्र
में शैक्षणिक गुणवत्ता को और अधिक बेहतर बनाये जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है
। इस उद्देश्य की पूर्ती के लिए इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली प्रारूप एवं विनिर्माण के क्षेत्र
में कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है । और जानिये…
इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली प्रारूप एवं विनिर्माण क्षेत्र के लिए कौशल
विकास कार्यक्रम इन संगठनों द्वारा प्रमाणित है ।
और जानिये…
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लक्ष्य
इस योजना का लक्ष्य अन्य विषयों के विद्यार्थियों/बेरोजगार युवाओं के लिए सार्वजनिक
तथा निजी क्षेत्र के माध्यम से ईएसडीएम क्षेत्र में क्षमताओं की कुशलता में निम्नलिखित
के जरिए वृद्धि करना है...
उद्देश्य
विद्यार्थियों/बेरोजगार युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करने के लिए देश के राज्यों/संघ
शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए ईएसडीएम क्षेत्र में 90,000 व्यक्तियों के लिए कुशलता
विकास की सुविधा प्रदान करने के लिए वित्तीय... Read More
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प्रशिक्षण मित्रों की मदद से कौशल विकास के विभिन्न कार्यक्रमों
का संचालन किया जा रहा है ।
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